‘गणपति कवच’
श्री गणेशाय नमः
श्रीगणेश जी की परम इच्छानुसार संत सुंदर जी द्वारा रचित कल्याणकारी ‘गणपति कवच’
‘गणपति कवच’
हे गजानन! आपका अभयहस्त, हमारी पूर्णतः रक्षा करे।
हे गणपति! नागनासा, हमारे सभी भय, चिताओं का जड़ से नाश करे।
हे लंबोदर! आपका विशाल उदर, हमारे सभी विघ्नों का क्षय करे।
हे गणनाथ! आपके हस्त, सदैव हमें आपके प्रेमपूर्ण आलिंगन में रखें।
हे विघ्नेश्वर! गजमुखा की अनंत शक्ति, सभी शत्रुओं का विनाश करे।
हे गुणालय वेरंबन! हमारे बुरे विचारों को निरा निष्कासित करें।
हे कर्मानायक! सभी बुरे कर्मों के प्रभाव से रक्षा करें।
हे गणनादर के भूतगणों! सभी दुर शक्तियों से हमारी रक्षा करें।
हे रिद्धि-सिद्धि नायक! श्रेष्ठ ज्ञान व उच्च गुणों को हमें प्रदान करें।
हे नवग्रह नायक! सर्वजन्मकर्मों से हमारी रक्षा करें।
हे शिवपुत्र! शिव-ज्ञान हमें मुक्ति दे।
श्री ॐ गणपति नमो नमः॥
(अनूदित)
गुरु आशीर्वाद व गणपति की कृपा से मूल भाषा ‘तमिल’ से अनूदित।